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कोविशील्ड वैक्सीन के दोनों डोज के बीच अंतराल बढ़ाने पर विचार, अगले हफ्ते हो सकती है घोषणा

दिल्ली. भारत (India) में जारी वैक्सीन प्रोग्राम के बीच सरकार जल्द ही बड़ा ऐलान कर सकती है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि सरकार की एक्सपर्ट पैनल ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (Oxford-AstraZeneca) वैक्सीन के दोनों डोज के बीच अंतराल बढ़ाने पर विचार कर रही है. सरकारी पैनल एक अंतरराष्ट्रीय स्टडी में मिले सबूतों के आधार पर यह फैसला ले सकती है. स्टडी में पाया गया है कि अगर दो डोज के बीच समय को बढ़ाया जाए, तो ये ज्यादा प्रभावी हो सकती है.

वैक्सीन डोज को लेकर पैनल यह फैसला अगले हफ्ते तक ले सकती है. मार्च में द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित स्टडी बताती है कि अगर कोविशील्ड के दो डोज 12 हफ्तों के फर्क से दिए जाएं, तो उसकी प्रभावकारिता 81.3 फीसदी हो जाती है. इसके अलावा कम समय को लेकर भी चौंकाने वाली बात सामने आई है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि अगर कोविशील्ड वैक्सीन के दोनों डोज 6 हफ्ते से कम समय में दिए जाएं, तो इसकी प्रभावकारिता केवल 55.1 प्रतिशत रह जाती है.

हालांकि, कई देश वैक्सीन का इस्तेमाल लंबे अंतराल से कर रहे हैं. एक ओर जहां ब्रिटेन में दोनों डोज 12 हफ्तों के अंतराल में दिए जा रहे हैं. वहीं, कनाडा में यह अवधि 16 हफ्तों की है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैक्सीन के दोनों डोज के बीच अंतराल के चलते इम्यून रिस्पॉन्स बेहतर होता है. कंपनी ने भी दावा किया है कि अगर वैक्सीन डोज के बीच अंतराल 12 हफ्ते या इससे ज्यादा का हो जाए, तो प्रभावकारिता 28 प्रतिशत तक बढ़ सकती है.
पहले ही बढ़ाया जा चुका है अंतराल

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में तैयार हुई कोविशील्ड के दोनों डोज के बीच अंतराल को 4-6 हफ्तों से बढ़ाकर 6-8 हफ्तों तक कर दिया गया था. एक्सपर्ट्स की तरफ से यह फैसला बीते अप्रैल में लिया गया था. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे वैक्सीन की सप्लाई चेन पर भी दबाव कम हो सकेगा. कहा जा रहा है कि ऐसा करना टीकाकरण के नए चरण में फायदेमंद हो सकता है. जहां सरकार ने 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने का फैसला किया है.
6 मई की सुबह तक भारत में 16.25 करोड़ से ज्यादा टीकाकरण हो चुका था. जबकि, 18-44 साल की उम्र के 9 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को वैक्सीन डोज मिल गया था.

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