विश्व कल्याण के साथ पशु कल्याण की भावना होनी चाहिए-केंद्रीय मंत्री रूपाला
करेली। यह भारत है, यहां चीटियों के लिए भी पोषण की व्यवस्था बनाई गई है, विश्व कल्याण के साथ साथ पशुओं के कल्याण की कल्पना भी की है। भारत की संस्कृति में पशुयो के प्रति दया की भावना की कल्पना की गई है। सब एक दूसरे के पूरक है, सभी को पर्यावरण की रक्षा करना चाहिए। विश्व पशु दिवस पर डाक्टर भीमराव अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ, नईदिल्ली में भारत सरकार भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित कार्यकम में उक्त उद्गार मुख्य अतिथि केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने व्यक्त किए। विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री संजीव कुमार बालियान ने भी इस अवसर पर कहा कि देश की प्रदेशों की सरकार गोंबशो की सुरक्षा के लिए कार्य कर रही है बोर्ड के अध्यक्ष ओपी चौधरी, सचिव एसके दत्ता, कमिश्नर डाक्टर अभिजीत मित्रा, सदस्य गिरीश भाई शाह, डाक्टर आरएस चौहान, सुनील मानसिंह, अधिवक्ता मनीषा टी कारिया, जपेश पारिख आदि ने भी पशु पक्षियों की सुरक्षा को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर प्राणी मित्र, जीव सुरक्षा को लेकर कार्य करने वालों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्राची जैन, रामकृष्ण रघुवंशी, राजीव गुप्ता, भरत कुमार, अंकिता जोशी सहित मध्यप्रदेश से मानद पशु कल्याण प्रतिनिधि भागीरथ तिवारी, अनोखेलाल द्विवेदी, विभिन्न प्रदेशों से आए हुए मानद पशु कल्याण प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यकम के दौरान क्षेत्रीय सांसद राव उदय प्रताप सिंह के दिल्ली आवास पर प्रवास रहा।