नरसिंहपुरमध्यप्रदेशसमाज सेवी संगठन
सादर प्रकाशनार्थतहसील सम्मेलन संपन्न , लीलाधर अध्यक्ष, देवेंद्र वर्मा महासचिव चुने गएमध्य प्रदेश किसान सभा का 9वा तहसील सम्मेलन भगवतसिंह उपरारिया नगर पचामा में 13सितंबर 2025को मंगलभवन में श्री भावसिंह पटेल , राजा साहब सरपंच पचामा एवं द्वारका प्रसाद उपरारियाकेअध्यक्षमंडल एवं प्रदेश महासचिव अखलेश यादव एवं प्रदेश उपाध्यक्ष रामनारायण कुरारिया के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।सम्मेलन की शुरुआत से पूर्व अखिल भारतीय किसान सभा का झंडा ग्राम इकाई पचामा के अध्यक्ष जगदीश मुहरिया द्वारा फहराया गया एवं एक शोक प्रस्ताव पेश किया जिसमें कामरेड सीताराम येचुरी सहित किसान आंदोलन में 700से अधिक किसानों की शहादत के साथ देश में अपने हक के लिए संघर्ष में शहीद हुए साथियों को 2 मिनट का मौन रखते हुए शोक श्रद्धांजलि दी गई।सम्मेलन की शुरुआत मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रदेश महासचिव अखलेश यादव ने उद्घाटन भाषण में किसान सभा के इतिहास को रखते हुए बताया कि किसान सभा का गठन 11अप्रैल 1936को स्वामी सहजानंद सरस्वती की अध्यक्षता में स्वतंत्रता प्राप्ति के पूर्व हुआ और किसान सभा ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी कुर्बानियां दी और आज 1करोड़ 54लाख सदस्यता बाला संगठन है जो आज देश के कोने कोने में फैला हुआ सबसे बड़ा किसान संगठन है, सम्मेलन में नवनियुक्त कमेटी के सामने सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी नीतियां अंग्रेजों से ज्यादा शोषण दमन कर रही हैं उनसे संघर्ष का समय है। आगे महासचिव करणसिंह अहिरवार ने सचिव रिपोर्ट रखी जो विगत 3वर्ष के आंदोलन प्रदर्शन और कमियों को रखा गया, सचिव रिपोर्ट पर 13साथियों ने बहस में हिस्सा लिया। उसके बाद नई कमेटी का प्रस्ताव रखा गया जिसमें 25सदस्यीय तहसील समिति रखने सहमति बनी जिसमें 21नाम प्रस्तावित किए गए शेष 4 रिक्त रखे गए जिनका सम्मेलन में सर्वसम्मति से हाथ उठाकर पारित किया।21सदस्यीय कमेटी ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष लीलाधर वर्मा, महासचिव देवेंद्र वर्मा एवं कोषाध्यक्ष लालसाहब वर्मा चुने गए। सम्मेलन में 5उपाध्यक्ष एन एस पटेल,जगदीश पटेल, भूपेंद्र पटेल गरीबदास चौधरी, भोजराज पटेल, एवं 5सह सचिव के लिए नरेंद्र वर्मा, रामसिंह वर्मा, करणसिंह अहिरवार, तुलसीराम श्रीवास, कालूराम वर्मा चुने गए। कार्यकारणी सदस्यों में भैरो प्रसाद विश्वकर्मा, छोटेलाल उमरे, विश्राम वर्मा, रामनारायण पटेल, पवन ठाकुर, यश कुमार वर्मा, सुखलाल ठाकुर, बृजकिशोर पटेल को सर्वसम्मति से चुने गए। नवनिर्वाचित कमेटी ने वर्ष के लिए कार्यभार लिए। कमेटी गठन उपरांत मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष रामनारायण कुरारिया ने अपने समापन भाषण में नई कमेटी को देश प्रदेश की किसान मजदूर विरोधी नीतियां लागू होने से उत्पन्न चुनौतियों से संघर्ष करने का संकल्प लेने का आव्हान किया, उन्होंने कहा हर तरफ बर्बादी ही बर्बादी हो रही है, मूंग भुगतान, समर्थन मूल्य पर अनाज खरीदी की गारंटी, भूमि अधिग्रहण बिल से बिना इजाजत विस्थापन, स्मार्ट मीटर, बिजली बकाया बिल पर जेलो में डाले जा रहे हैं, अति प्रभावित किसानों को मुआवजा, खाद बीज की गंभीर समस्या, से लेकर गांव गांव समस्याओं का अम्बर है, सरकार चंद पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है,लोगों को उनकी समस्याओं को लेकर संघर्ष शुरू कर संगठन निर्माण किया जाना चाहिए जिसे किसान सभा ही है जो प्रदेश ही नहीं देश भर में संघर्ष कर रही है।25सितंबर को भोपाल में जबरन भूमि अधिग्रहण विस्थापन के सवाल पर भोपाल पहुंचने की अपील भी की और संघर्ष में हमेशा साथ रहने का भरोसा दिया। अंत में अध्यक्ष द्वारा प्रदेश के नेताओं, गाडरवारा तहसील के विभिन्न गांवों से आए 89प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया एवं ग्राम पचामा की किसान सभा इकाई का आभार व्यक्त किया जिन्होंने सफल सम्मेलन की जोरदार व्यवस्था बनाई। सम्मेलन का संचालन जगदीश पटेल ने किया।जगदीश पटेलमध्य प्रदेश किसान सभा



