मां नर्मदा सेवा संस्थान परिवार के तत्वाधान में सोनी परिवार द्वारा श्री मोनी बाबा आश्रम सतधारा पुराना पुल बरमान में सप्त दिवसीय श्री भक्तमाल कथा एवं 1 कुंडात्मक श्री महाकाली यज्ञ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव दिनांक 15 जनवरी से 22 जनवरी तक किया जा रहा है अतः आज पंचम दिवस में वृंदावन से पधारे परम श्रद्धेय पूज्य अभिराम दास जी महाराज ने मीरा चरित्र के माध्यम से बताया भक्ति जीवन में कैसी होनी चाहिए मीरा ने अपने प्रेम समर्पण की भक्ति के द्वारा भगवान को प्राप्त कर लिया इसलिए जब तक जब को भगवान से प्रेम नहीं होगा भगवान से संबंध नहीं बनेगा तब तक भगवान प्राप्त नहीं होंगे मीरा भी पूर्व जन्म में एक गोपी रही और अगले जन्म में अपने प्रेम समर्पण के द्वारा मीरा ने एक ही बात कही मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरा ना कोई हमारे प्राण पति तो गिरधर ही है और हम सबके भी प्राणपति भी भगवान ही है अतः हम सबको भी ऐसी ही प्रेम भक्ति करना चाहिए जिससे हमारा जीवन भी सार्थक हो मानव जीवन पाकर अगर भक्ति नहीं की प्रेम नहीं किया तो मानव जीवन फिर व्यर्थ ही है! मीरा प्रसंग के माध्यम से प्रेम का अद्भुत व्याख्यान महाराज जी के द्वारा किया किया गया जिससे श्रोता समुदाय आस्था से ओत प्रोत हो गया इसी के साथ काशी से पधारे यज्ञ आचार्य अभिषेक शाकल्य द्वारा विधि विधान के साथ समस्त वैदिक ब्राह्मण द्वारा यज्ञ की क्रिया कराई जा रही है इस आयोजन के आयोजक श्री हरगोविंद सोनी श्रीमती शकुंतला सोनी एवं समस्त सोनी परिवार के द्वारा यह आयोजन कराया जा रहा है उन्होंने आग्रह किया सभी अधिक से अधिक संख्या में पधारकर कथा का लाभ ले