नकली इंजेक्शन की जांच करने वाले प्रमुख को पूर्व राज्य मंत्री narsingpur विधायक श्री पटेल ने लिखा पत्र गलत काम करने वालों के कार्रवाई करने की मांग की ,
पूर्व राज्यमंत्री व नरसिंहपुर विधायक श्री जालम सिंह जी पटेल ने जबलपुर संभाग में नकली रेमडीसिवर इंजेक्शन की जाँच हेतु बनाए गए जांच दल के प्रमुख को रेमडीसिवर इंजेक्शन के बेज नम्वर व खाली बॉटलो सहित जांच के लिए कुछ और अन्य प्रमुख बिन्दुओं पर जाँच केंद्रित करने पत्र लिखा है। विधायक श्री पटेल ने पत्र में जाँच हेतु बिंदुओं का उल्लेख किया है कि जबलपुर संभाग शाशकीय, गैर शासकीय व निजी अस्पतालों के लिए किस बैच नम्बर के किस कम्पनी के रेमडीसीवीर इंजेक्शन कितनी संख्या में किस किस दिनाँक में दिए गए हैं। एवं जबलपुर संभाग के शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं प्राइवेट निजी चिकित्सालयों में रेमडीसीवीर के खाली बाटलों के विनष्टीकरण के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई थी। इस सम्बंध में डीन मेडिकल कॉलेज जबलपुर ने कोई आदेश दिया था यदि दिया था तो किस दिनाँक को। और आदेश देने की दिनाँक के पूर्व खाली बाटल (खाली इंजेक्शन) को कब कब नष्ट किऐ गए। किसके द्वारा नष्ट किए गए। यदि नष्ट नही किए गए तो उन खाली बाटलों का क्या किया गया। जाँच कराई जावे। तथा जबलपुर के जनप्रतिनिधियों ने जो रेमडीसीवीर इंजेक्शन दिए थे वे किस बेच नम्बर के, किस कम्पनी के किस किस अस्पतालों को कब कब सप्लाई किए गए थे। किस किस दिनाँक की कितने कितने रेमडीसीवीर इंजेक्शन दिए गए थे। दिनाँक बार एवं बिंदुबार जानकारी प्रदान करने का कष्ट करें व जाँच करें।
उल्लेखनीय है कि गत दिनों पूर्व मे जबलपुर सिटी अस्पताल में नकली रेमडीसीवीर इंजेक्शन कोविड-19 कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों को नकली रेमडीसीवीर इंजेक्शन लगाए जाने का भंडाफोड़ गुजरात व मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा किया गया था। और उस मामले में सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा सहित इस मामले में लिप्त अन्य कई लोगों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। और मामले को गम्भीर मानते हुए सघन जाँच की जा रही है। जिस तारतम्य में नरसिंहपुर विधायक श्री पटेल जी भी पूर्णतः निष्पक्ष जाँच कराए जाने के लिए प्रयासरत है। उक्त जानकारी विधायक मीडिया प्रभारी भागीरथ तिवारी ने दी है।